“बंध”
दे तुझ्या स्वप्नांना
उंच येक भरारी ।।
तुटु दे सारे बंध
नको फिरुस माघारी ।।
अलगद झेलील मी
स्वप्ने तुझीच सारी ।।
उठतील नाद मधुर
वाजवु या तुतारी ।।
sanjay R.
“याद”
शिशेमे तस्लीर नजर आये तो
शिशे का क्या कसुर ।
भुल गयी तुम बिते पल पर
याद दिल को आती कहो तुम
इसमे दिल का क्या कसुर ।।
sanjay R.
“दिल तो है दिवाना”
क्या इतना आसान है
किसीका प्यार पाना ।
दिल तो है दिवाना
भाये उसे सारा जमाना ।
पुछे जरा चार आसुओसे
क्यु छलके वह अफसाना ।
दुख दर्दमे दो साथ उनका
ना भुलेंगे वो प्यार जताना ।
sanjay R.
“अदा”
जि चाहता है
ना भुलु उन यादोको |
हर पल याद करु
दिल मे छिपी
तेरी अदाओ को |
Sanjay R.